दिलों को मिलने तो दो
- Arijit Bose
- Apr 28, 2017
- 1 min read

प्यार करने दो
दो दिलों को मिलने दो
कोई रोको इन पहरेदारों को
मॅन से प्यार किया है एक दूजे को
तो हंस खेल के जीने दो इन प्यारों को
कोई रोमीयो कहता, कोई मजनू पर अगर दिल है तो उन्हे भी आशिकी करने दो
प्रेम का पहला खत लिखने से इन्हे मत रोको
इन दिलों को अब धड़कने दो
ज़िंदगी में प्यार करना कोई गुनाह नही
इश्क़ में झूमना कोई आज तक रोक सका नही
कहीं कोई हीर रांझा सोनी महिवाल को रोक सका था कभी
इश्क़ किए कई ज़माने बीते हैं इस दुनिया को
इन पर पाबंदियाँ ना लगा कर खुली आसमान में उड़ने दो यारों
अपने पंख फैला के चहचहाने दो यारो
ज़िंदगी को नये नज़रिए से जीने दो यारों
मोहब्बत को बॉलीवुड में ही बुरी बीमारी कहा गया
पर वोहीं पर फूल लहलहाते हुए
और पंछी चहचताए हुए दिए रोमॅन्स को नये मायने
ना ज़बरदस्ती ढाबा बोलो
ना ही किसी की आज़ादी की कड़िया खोलो
हो सके तो खुद भी ज़िंदगी में कुछ नया करलो
हो सके तो ज़बरदस्ती कारवाई को बाइ बाइ बोलो
क्यूंकी फूल खिलते हैं
दिल मिलते हैं
बड़ी मुश्किल से दुनिया में
दो प्यार करने वाले मिलते हैं
Comments