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दिलों को जोड़ती बब्बन मियाँ की अनोखी कहानी …

  • Writer: Arijit Bose
    Arijit Bose
  • Jun 2, 2017
  • 2 min read
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देश के एक बड़े तप्के ने अपनी आवाज़ बुलंद करते हुए हुंकार लगाया है की गाये को राष्ट्रीयजन्तु घोषित कर देना चाहिए. नकेवल इस पर देश व्यापी बेहेस छिड़ चूकि है, बल्कि इस पर राजस्थान समेत कई न्यायालयों ने अपनी राय भी ज़ाहिर किया है. 

हाल्ही में गौ तस्करी एवं गौहत्या काफ़ी खबरों में रही है. गौरक्षक और उनका पूरे देश में तांडव ऐसे समय में देखने को मिल रहा है जब गौ तस्करी के वीडियोस आजकल सोशियल मीडीया पे काफ़ी वाइरल हो रहे है, ऐसे में कुछ ऐसे भी लोग हैं जो गौमाता की सेवा कर ना केवल एक मिसाल पेश कर रहे हैं बल्कि हिंदू मुस्लिम भाईचारे की नयी इबारत लिख रहे हैं.

एक ओर जहाँ योगी सरकार ने प्रदेश स्तर पर अवैध बूचड़खाने बंद करवाने की कवायद हाल्ही में शुरू की है, वोहीं बुलंदशाहर के ईक मुस्लिम सज्जन ने गौ प्रेम का एक नया किस्सा लोगों के सामने ने रख है. यून तो बब्बन मियाँ के पास किसी चीज़ की कमी भगवान ने नही रखी. वो चाहते तो वो भी शान से एक ऱयीस की ज़िंदगी जीते दुनिया को ठेंगा दिखाकर.

वैसे ऐसा हुआ नही. एक कामयाब कारोबारी होने के बावजूद, बब्बन मियाँ ने गौ माता की सेवा की. वो हर दिन समय निकाल के आते हैं. अपनी गायों को सेवा करते, चारा खिलाते, नहलाते और गर्मी के मौसम में उनको ठंडा पानी पिलाते. गायेभी उन्हे देख रांभाने लगती. बब्बन मियाँ कोई मामूली आदमी नही. उनका अपना कारोबार है. आमों के अपने बाग में वो ख़ास रुची रखते हैं और गाये से मिलने वाला दूध, घी आदि जो उन्हे मिलता है वो ग़रीबों में बाँट देते हैं मुफ़्त में.

मधुसूदन गौशाला नाम से बुलंदशहर जनपद की स्याना तहसील के गॉव चंदियाना में गौशालाचलाने वाले और कोई नही बल्कि बब्बन मियाँ हैं.  बब्बन मियाँ इसी गॉव में जन्मे और यहीं पढ़े. इनके पिता आर्मी में वायरलेस ऑपरेटर पद पर थे, फिलहाल बब्बन मिया दिल्ली में बड़े बिल्डर है और एक किचिन प्रेशर कुकर ( प्राईम स्टार ) के निर्माता है. ये प्रत्येक शनिवार, रविवार को गाय की सेवा करने अपनी बनाई गौशाला में आते है और सेवा में जुट जाते है. और सेवा में जुट जाते है.

लेकिन बब्बन भाई एक–एक कर सभी को चारा, दलिया और गुड़ खिलाते है.

जिस देश में पहलू ख़ान और अख़लाक़ को गाये के नाम पर हत्या कर दिया जाए, ऐसी कहानियाँ आदमी को भरोसा दिलाते हैं की अभी भी दो क़ौम अपने अपने अंदाज़ में एक दूसरे के प्रति एक सॉफ सोच रखते हैं .

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