आज फिर आज़ाद हो चले हम
- Arijit Bose
- Aug 16, 2017
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आज फिर आज़ाद हो चले हम
आज फिर पिंजरा तोड़ उड़ चले हम
आज आज़ादी का 70 वा साल मनाने चले हम
आज फिर देश को नयी दिशा पे ले चले हम
आज तिरंगे को फिर से आसमान में लहरा चले हम
आज फिर इस जश्न को सब देशवासी मना चले हम
आज फिर आज़ाद हो चले हम
याद करते हैं आज हम उन वीरों और वीरांगनाओं को
जो दिखलाये हमें एक नया सवेरा
याद करते हम उन क्रांतिकारियों को
जो हँसते हुए वीरगति को प्राप्त हो गये जिससे हो देश का भला
याद दिलाता है ये दिन जवानों का
जो डटके मुक़ाबला करते दुश्मनों का
याद दिलाता ये दिन उनका
जिन्होंने दिखाया हमें एक सुनहरे भारत का सपना
70 साल की आज़ादी और क्रांति का जोश आज भी बरक़रार है
इस गौरवान्वित करने वाले दिन पर साथ सभी का है
एक ओरे जहां बॉर्डर पर दुश्मन सीसफाईर का उलंघन करता बार बार है
वहां आज़ाद भारत आज भी अमन चैन का गीत गाता है
आज़ादी के परवानों के नारों का आज हर ओर चित्कार है
उन जांबाज़ वीरों की गाथा सुनकर कांपता रूह और होता नाज़ है
क्या बदला क्या नहीं इसका कोई जवाब नहीं
क्या खोया क्या पाया उस पर कोई बात करते नहीं
१५ अगस्त एक ऐतिहासिक दिवस है ये है सही
आज भी बड़े बुज़ुर्गों के साथ उस गुज़रे ज़माने की बातें होती रही
ये दिन फिर आया है और आगे भी मनायेंगे हम
आज फिर पिंजरे तोड़ चले हम
आज फिर एक बार इतिहास दोहरा चले हम
आज फिर तिरंगा लहरा चले हम
आज फिर आज़ाद हो चले हम
आज फिर आज़ाद हो चले हम
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