तो सियावर रामचंद्र हों, या फिर लंकापति रावण, जानिए उनका जीवन इस सफ़र पर
- Arijit Bose
- Nov 16, 2018
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देश में राम का नाम बड़ी ज़ोरो शॉरों से लिया जा रहा है और ऐसा हो भी क्यूँ ना क्यूंकी राम हम सब के लिए गौरव के प्रतीक हैं. इसी बीच एक ऐसे रामायण सर्किट की शुरुआत हुई है जो की आपको सीधे राम के जीवन का पूर्ण दर्शन कराएगी और आपको लंका पति रावण के द्वार तक पहुँचने का भी मौका देगी.
मंदिर, मूर्ति और राम भक्तों के जयघोष के बीच अब राम भक्ति ने देश में एक नया आयाम ले लिया है. हाल्ही में दिल्ली के सफ़दरजंग स्टेशन पर माथे पर हल्दी-रोली तिलक लगाए, गले में मालायें डालकर, लोग मंत्र उच्चारण करते दिखाई दिए. मंत्रोच्चारण के बीच एक राम भक्तों की टोली एक सोलह दिन के सफ़र के लिए रवाना हो गयी.
बताया जा रहा है की रामायण सर्किट के अंतर्गत प्रभु श्री राम से जुड़े वो सारे जगहों पर लोगों को ले जाया जाएगा जिसका विवरण रामायण में किया गया है.
बताते चलें की ये टूर पॅकेज खाना, रहना और बाकी के ज़रूरतों को बखूबी ज़ेहन में रखती है. एक IRCTC टूर मॅनेजर लोगों के साथ सफ़र करेंगे.
दिल्ली से चलने के उपरांत ये ट्रेन अयोध्या, हनुमान गरही, रामकोट और कनक भवन टेंपल जाएगी. ये नंदीग्राम, सीतामढ़ी, जनकपुर, वाराणसी, प्रयाग, शृंगवेरपुर, चित्रकूट, नासिक, हम्पी और रामेश्वरम का भी सफ़र तए करेगी.
बताया जा रहा है की रामायण एक्सप्रेस में 800 लोग एक बार में सफ़र कर सकते हैं. प्रति यात्री भारत दर्शन का दर 15,120 रुपये रखा गया है. अगर आपको लंका जाना हो तो उसका पॅकेज अलग है.
लंका जाने वालों के लिए हवाई जहाज़ पर जाने की सुविधा उपलब्ध है. यात्रा में इच्छुक लोग चेन्नई से कोलंबो जा सकते हैं.
कहा जा रहा है की ये भारत में तो घुमाएगा ही साथ ही में श्री लंका के चार स्थानों पर भी राम भक्तों को ले जाएगा.
पाँच रात और छे दिन का पॅकेज IRCTC प्रति यात्री 36,970 रुपये में दे रहा है.
श्री लंका का दौरा आपको कॅंडी, नुवारा एलिया, कोलंबो और नेगोम्बो ले के जाएगा.
बताते चलें की IRCTC अभी बुद्धा सर्किट पर कुछ रेलगाड़ियाँ चला रहा है और अधिकतर राजस्व उत्पत्ति के लिए रामायण सर्किट को पुरज़ोर महत्व दिया जा रहा है. खबरें ये भी आ रही हैं की IRCTC ने रेलवे बोर्ड से कहा है की तीन और ट्रेन खरीदी जायें जिससे रामायण सर्किट को बढ़िया तरह से चलाया जा सके. जिससे बाकी यात्रियों के आवागमन के लिए ट्रेन्स बाधित ना हों.

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विष्णु के सातवे अवतार, मर्यादा पुरुषोत्तम राम को रामचंद्र के नाम से भी जाना जाता है जिन्होने त्रेता युग में अवतार लिया था. उनके भाई थे लक्ष्मन, भरत, और शत्रुघ्न.
राम अयोध्या में कौशल्या और दशरथ के घर जन्में थे. उनका विवाह सीता से हुआ था.
रामायण को एक ऐसा ग्रंथ माना जाता है जिससे इंसान को अपने ज़िंदगी के बारे में गहरा मार्ग दर्शन मिलता हैं जिसको प्रभु राम के ज़िंदगी के द्वारा चरितार्थ किया गया है.
बैरहाल राम की नगरी में दीवाली और दशहरा की धूम और रामायण एक्सप्रेस से लगता है राम हम सब के बीच में ही हैं.
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