Living Tales
Stories.Ideas.Perspective
सिर्फ़ नाम से ही नही, पर काम से भी शरीफ इंसान, जिसने लावारिस लाशों को इज़्ज़त दिलाई
“मैं पारंपरिक शिल्प को समकालीन दृष्टिकोण के साथ जोड़ता हूं”- शैलेश पंडित
बापू ने लखनऊ पे भी अपनी अनूठी छाप छोड़ दी जो आज भी कोई मिटा ना सका
जीवन की आपाधापी में कभी सिंधुताई जैसा बन के देखिएगा अच्छा लगेगा….
लखनऊ में मुट्ठीभर सब्ज़ी वालों ने उठाया संस्कृत को बचाने का ज़िम्मा
बेपनाह मोहब्बत के बादशाह राज कपूर भी कभी अकेलेपन के शिकार थे
कॅन्सर की बाज़ी जीत के मानवता की सेवा करने वाले को मटका मॅन कहते हैं
यादों के झरोखों से: मल्हौर की बातें एमिटी वासी ही जाने
कभी सचिन की वाह वाही किए बिना ही गुरु रमाकांत आचरेकर ने उन्हे बना दिया क्रिकेट का भगवान
आतंक के बदनाम गलियों को छोड़ वाणी ने देश के लिए जीवन त्याग दिया
तो सियावर रामचंद्र हों, या फिर लंकापति रावण, जानिए उनका जीवन इस सफ़र पर
एक ऐसी शाही प्रेम कथा जिसने लिख दी करवा चौथ की इबारत
हंसते हुए चाँद को क्यूँ देखना गणेश चतुर्थी पे पढ़ता है भारी?
वो मखमली आवाज़ का जादूगर जिसने पंडित नेहरू को धराशायी कर दिया था
1971 युद्ध के एक जाँबाज़ हिन्दुस्तानी जासूस के किरदार में काफ़ी जच रही हैं आलिया भट्ट
A Karva Chauth night that planted idea of Indiyapa in Captain Vinod Dubey’s mind
राजस्थान के पाली में श्रद्धा के पात्र 350cc के बुलेट बाबा भी हैं पूजनीय
कभी 2000 महीने में कमाने वाले किसान का बेटा आज सिंगापुर में लाखों में खेलने चला
किसे मालूम था येल में घुटन महसूस करने वाला हरफ़नमौला टॉम एक दिन बहुत बड़ा सितारा बनेगा
आठ दशक बाद भी बंगालीयों का बीरेंद्र कृष्ण भद्र के श्रुति मधुर चन्डीपाठ पर विश्वास अटल